Ramazan Wishes in Hindi 2019 – रमजान मुबारकबाद – SMS, Messages, Text, Quotes
Ramzaan greetings:रमजान का महीना मुस्लिम मज़हब के लोगो के लिए बहुत ही ज़्यादा ख़ास होता है और
इस महीने को इस्लाम मज़हब मैं बहुत ख़ास माना जाता है!
रमजान का महीना पुरे 30 दिन का होता हैऔर इस दिन सभी इस्लाम मज़हब के लोग पूरी अक़ीदत के साथ अल्लाह की इबादत करते है!
Ramzan ka mahina भूखे प्यासे रह कर रोज़ा रखते है जिससे की अल्लाह खुश होते है और उन्हें नेक ख्वाहिशात को पूरी करता है!
साल 2019 में रमजान का महीना 6-7 मई से शुरू होगा तथा 6 जून को आखिरी रोज़ा रखा जायेगा रमज़ान के महीने के आखिरी रात में ईद का चाँद दिखाई देता है और अगले ईद मनाई जाती है!
इस दिन की मुबारकबाद देने के लिए कुछ बेहतरीन विशिंग मैसेज हम आपके लिए लेकर आए हैं !
Ramazan Mubarak 2019 के अवसर पर हम लाये हैं Ramadan Wishes in Hindi, Ramzan Mubarak wishes in Hindi; Urdu for WhatsApp; Facebook with Pictures, Ramadan wishes quotes in Hindi जिन्हे आप Whatsapp, Instagram व facebook पर share कर सकते हैं !
Ramdan wishes
Be-Zabano Ko Jab Wo Zaban Deta Hai
Parhne Ko Phir Wo Quraan Deta Hai
Bakhshne Pe Aaye Jab Ummat ke Gunaho Ko
Tohfey Mein Gunahgaro Ko Ramzan Deta Hai
बे ज़ुबान को जब वो ज़बान देता है
पढ़ने को फिर वो कुरान देता है
बख्शेने पे आए जब उम्मत के गुनाहों को
तोहफ़े मैं गुनहगारों को रमज़ान देता है
Ramzan ki dua
Chand suraj aur ye nazare
Kehne aaye hai tumko saare
Ramzan mein roze ki maango dua
yaad rakho har khawab hoga poora
Ramzan Mubarak
चाँद सूरज और ये नज़ारे
कहने आए है तुमको सारे
रमज़ान मैं रोज़े की मांगो दुआ
याद रखो हर खवाब होगा पूरा
रमज़ान मुबारक
Mahe ramzan
Jisne bana diya har ghar ko Gulistaan,
Jaane wala hai kuch dino mein ye pyara mehmaan
Tohfe mein deke jayega Eid Sabko
Alvida Alvida Mah-ae-Ramzan
जिसने बना दिया हर घर को गुलिस्ताँ
जाने वाला है कुछ दिनो मैं ये प्यारा मेहमान
तोहफे मैं दे जाएगा ईद सबको
अलविदा-अलविदा माहे -रमज़ान
JUMMAT-UL-WIDA MUBARAK
Aapko hazaron khushiyan naseeb hon
Aapki har ibadat Allah ki bargah main maqbool ho.
Allah hum sab pe apna fazal-o-karam bnaye rakhe.
Ameen
जुम्माते-उल -विदा मुबारक
आपको हजारों खुशियाँ नसीब हों
आपकी हर इबादत अल्लाह की बारगाह मैं मक़बूल हो
अल्लाह हम सब पे अपना फजलों करम बनाए रखे
आमीन
Ramdan wishes in hindi
Khushiya mile tumko, Jannat naseeb Ho,
Tu Chahe Jisse Wo Tere nazdeek Ho,
Is Tarha Ho Karam Khuda Ka tum par
Makka Aur Madina Ki Tujhe Ziyarat Naseeb Ho.
Ramzan Mubarak.
खुशियाँ मिले तुमको जन्नत नसीब हो
तू चाहे जिसे वो तेरे नजदीक हो
इस तरह हो करम खुदा का तुम पर
मक्का और मदीना की तुझे ज़ियारत नसीब हो
रमज़ान मुबारक
Ramzan mbarak
Na Rahega Ye Hamesha Kuch Hi Din Ka Mehman Hai,
Rehmat Se Bhar Lo Jholiyan,
Guzar Raha Maah-E-Ramazan Hai.
रमज़ान मुबारक
न रहेगा ये हमेशा कुछ ही दिन का मेहमान है
रहमत से भर लो झोलियाँ
गुज़र रहा है माह-ए-रमज़ान है
रमज़ान मुबारक
R-Rozay Rakho.
A-Allah se daro.
M-Masjid jaao.
Z-Zakat Do.
A-Aamaal acche karo.
N-Namaz padho.
Ye hai Ramzan ka matlab
र -रोज़े रखो .
ए-अल्लाह से डरो,
म-से मस्जिद जाओ
,ज़-ज़कात दो ,
ए-से आमाल अच्छे करो ,
न-नमाज़ पढ़ो ,
ये है रमज़ान का मतलब
Ramzan ka mubarak mahina
Ramzaan ka mubarak mahina,
Allah ki fazilt ka mahina,
Mohabbat uss Allah ki, Ahmiyat uss khuda ki..
Yahi hai rah-e-khudai ka mahina.
Ramzaan Mubarak
रमज़ान का मुबारक महिना
अल्लाह की फजिलत का महिना
मोहब्बत उस अल्लाह की
अहमियत उस खुदा की
यही है -राहे खुदा का महिना
Duaon ka mahina
Wo sehri ki nooraniyat
Wo iftaar ki raunak,
Wo aasman se rehmat,
Wo nekiyon ka jazba,
Wo tilawat ki dhoom,
Jee han
RAMZAN aane wala hai,
Duaon main yaad rakhna.
वो सहरी की नूरानीयत
वो इफ्तार की रूनक़
वो आसमां से रहमत
वो नेकियों का जज़्बा
वो तिलावत की धूम
जी हाँ
रमज़ान आने वाला है
दुओं मैं याद रखना
Ramdan mubarak
Ya Allah!
Ramadan Mubarak Ki Ibtida Hai
Hume Zyada Se Zyada
Nekiyan Kamaane
Aur buraiyon Se Dur
Hone Ki toufeeq Ata Farma. Ameen
या अल्लाह
रमज़ान मुबारक की इब्तदा है
हमे ज़्यादा से ज़्यादा
नेकियाँ कमाने
और बुराइयों से दूर
होने की तौफीक अता फरमा
आमीन
Ramzan ki bahaar
Ramzan ki bahar zamane main aagai
Duniya pe rehmaton ke khazane loota gai
रमज़ान की बहार ज़माने मैं आगाई
दुनिया पे रहमतों के ख़ज़ाने लूटा गई
Kis rozedaar ki ye dua kaam aagai
Rehmat khuda ki abre karam banke chaa gai
किस रोज़ेदार की ये दुआ काम आगाई
रहमत खुदा की अबरे करम बनके छा गई
Rozon ki bookh pyas wo saagar pila gai
Ye kaise aaadmi ko farishta bna gai
रोज़ों की बूख प्यास वो सागर पीला गई
ये कैसे आदमी को फ़रिश्ता बना गई
Mahe syaam main jo shabe qadar aagai
Momin ko magfirat ki bsharat suna gai
माहे स्याम मैं जो शबे क़दर आ गई
मोमिन को मगफिरत की बशारत सुना गई
Is mahe dil nwaz ki dariya dili ye thi
Kitne doobton ko kinare lga gai
इस माहे दिल नवाज़ की दरिया दिली ये थी
कितने डूबतों को किनारे लगा गई
Iftar ki khushi wo trabih ki dilkashi
Duniya main rozedaar ko jannat dikha gai
इफ्तार की खुशी वो त्राबीह की दिलकशी
दुनिया मैं रोज़ेदार को जन्नत दिखा गई
Quran ye keh rha hai shabe qadar ke liye
Ummat nabi ki guhare nayab paa gai
कुरान ये कह रहा है शबे क़दर के लिए
उम्मत नबी की गुहरे नायाब पा गई
Ramzaan main hi wahiye khuda ka hua nazool
Ab wo kitab banke zamane pe chaa gai
रमज़ान मैं ही वहीये खुदा का हुआ नज़ूल
अब वो किताब बनके ज़माने पे छा गई
Ramzaan main khajooron se iftaar jab kiya
Mujhko mere nabi ki adaa yaad aa gai
रमज़ान मैं खजूरों से इफ़तार जब किया
मुझको मेरे नबी की अदा याद आ गई
Ramzaan ki ye banda nwazi to dekhiye
Bande ko raaz raaze mashiyt bta gai
रमज़ान की ये बंदा नवाजी तो देखिये
बंदे को राज़ राज़े मशीयत बता गई